हमले में कटी पुलिस अफसर की कलाई डॉक्टरों ने दोबारा जोड़ी, साढ़े सात घंटे चली सर्जरी; कमांडो ऑपरेशन के बाद 9 आरोपी गिरफ्तार

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निहंगों के हमले के शिकार पुलिस अफसर हरजीत सिंह की कलाई डॉक्टरों ने दोबारा जोड़ दी है। रविवार सुबह 6 बजे सभी निहंग शहर की सब्जी मंडी पहुंचे थे। वहां जब मंडी पुलिस ने निहंगों से कर्फ्यू पास मांगा तो वे भड़क गए। उन्होंनेतलवार से एएसआई सिंह की कलाई काटकर अलग कर दी थी। पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि एसएसआई सिंह का ऑपरेशन सफल रहा है। डॉक्टरों की टीम ने कलाई को वापस जोड़ दिया है। चंडीगढ़ पीजीआई के मुताबिक, डॉक्टरों की टीम को कलाई को जोड़ने में सात घंटे से ज्यादा लंबा ऑपरेशन करना पड़ा।

पीजीआई चंडीगढ़ में एएसआई सिंह की कलाई जोड़ने के लिए ऑपरेशन करती डॉक्टरों की टीम।

हमले में कलाई कट जाने के बाद भीजख्मी एएसआई ने खुद ही जेब से रुमाल निकाला और हाथ पर बांध लिया। वे खून से सना हाथ लिए मौके पर काफी देर तक डटे रहे। कुछ देर बाद एक व्यक्ति ने उन्हें कटकर अलग हुई कलाई लाकर दी, जिसे वे खुद अपने दूसरे हाथ में थामकर टू-व्हीलर से ही अस्पताल के लिए रवाना हुए। उनकी गंभीर हालत के मद्देनजर उन्हें पटियाला से पीजीआई चंडीगढ़ भेजा गया था। इसहमले में थाना इंचार्ज बिक्कर सिंह और एक अन्य जवान भी जख्मी हुआ था। इस मामले में अब तक 9 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर ऑपरेशन कामयाब रहने की जानकारी दी। उन्होंने डॉक्टरों की तारीफ की और एएसआई के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।

बैरिकेड तोड़कर भागना चाहते थे निहंग

एसएसपी मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि एक गाड़ी में 5 निहंग सब्जी मंडी पहुंचे थे। यहां मंडी स्टाफ ने इनकी गाड़ी रोककर कर्फ्यू पास के बारे में पूछा था, ताकि मंडी में बेवजह भीड़ न हो। पास न होने पर इन लोगों ने सब्जी मंडी के स्टाफ से झगड़ा किया और अपनी गाड़ी से बैरिकेड तोड़कर भागने की कोशिश की। इसके बाद वहां तैनात पुलिस ने निहंगों की गाड़ी को घेर लिया। जैसे ही पुलिस ने गाड़ी रोकी, तलवार लिए निहंगों ने हमला कर दिया। इसी हमले में एएसआई की कलाई कट गई।

यह तस्वीर उसी गुरुद्वारे की है, जिसमें निहंग छिपे हुए थे। अंदर से फायरिंग होने के बाद पुलिस को कमांडो भेजने पड़े।

हमलावर गुरुद्वारे में जा छिपे और अंदर से फायरिंग की
निहंग बलबेड़ा क्षेत्र के गुरुद्वारा खिचड़ी साहब के थे। घटना के बाद वे गुरुद्वारे में छिप गए। पुलिस अधिकारी भी पीछा करते हुए गुरुद्वारा खिचड़ी साहब पहुंचे। पटियाला जोन के आईजी जतिंदर सिंह ने निहंगों को सरेंडर करने की चेतावनी दी, लेकिन वे गुरुद्वारे के अंदर से पुलिस को धमकियां देने लगे। उन्होंने अंदर से गोलीबारी भी की। बाद में कमांडो टीम को गुरुद्वारे के अंदर भेजा गया।

कमांडो ऑपरेशन में एक जख्मी, पुलिस को देखकर महिलाएं पाठ करने लगीं
पुलिस के मुताबिक, डेरे में बलविंदर सिंह के अलावा उसका बेटा, पत्नी और समर्थक रहते हैं। गुरुद्वारे में कमांडो ऑपरेशन के दौरान डेरे के प्रमुख बलविंदर सिंह को गोली लगी है। गुरुद्वारे में दो महिलाएं भी मौजूद थीं। पुलिस उन्हें गिरफ्तार करती, उससे पहले ही दोनों महिलाएं पाठ करने लगीं। एक महिला का पाठ जैसे ही खत्म हुआ, पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। दूसरी महिला अभी पाठ कर रही है।

गुरुद्वारे के अंदर देसी पिस्तौल भी थी
गुरुद्वारे के अंदर से पुलिस ने देसी पिस्तौल, कृपाण, पेट्रोल, भांग की 7 बोरियां और भारी मात्रा में केमिकल जैसा तरल पदार्थ बरामद किया है। एसएसपी मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनसे हथियारों के अलावा कैश भी बरामद हुआ है। कैश की गिनती की जा रही है। अब तक 35 लाख रुपए कैश की गिनती हो चुकी है।

कमांडो ऑपरेशन खत्म होने के बाद गुरुद्वारे के अंदर से पुलिस को तलवारें और देसी पिस्तौल मिली। इसी पिस्तौल से हमलावर पुलिस पर फायरिंग कर रहे थे।

डीजीपी ने कहा- घटना दुर्भाग्यपूर्ण
पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि पटियाला की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। घायल एएसआई के इलाज के लिए पीजीआईएमईआर के शीर्ष प्लास्टिक सर्जन की नियुक्ति की गई है।

निहंग समुदाय प्रमुख बोले- पुलिस पर हमला करने वाले गुंडे
पटियाला में निहंग समुदाय के प्रमुख 96 करोड़ी बाबा बलबीर सिंह ने कहा, ‘‘इन्होंने (आरोपी निहंगों ने) पहनावा जरूर निहंग सिंह जैसा पहन रखा है, लेकिन हमारा समुदाय ऐसा नहीं है। लोगों और लाचारों की मदद के लिए यह समुदाय बना है। जिन्होंने पुलिस पर हमला किया, वे सिर्फ और सिर्फ गुंडे हैं।’’

 

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